
लॉकडाउन के कारण इन दिनों लोग घरों के अंदर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों पर 3 मई तक देशभर में लॉकडाउन की घोषणा की गई है। ऐसे में रोजमर्रा के इस्तेमाल में आने वाले करियाना आइटम्स, फल, सब्जियां, दूध आदि लोगों को घरों तक पहुंचाने के प्रयास हो रहे हैं। कई लोग घरों में रहते हुए अपना समय क्रिएटिव एक्टिविटीज में लगा रहे हैं। कोई बुक्स पढ़ रहा है तो कोई गार्डनिंग कर रहा है। कोई मोबाइल एप्स से नई रेसिपी बनाना सीख रहा है तो कोई कविताएं लिख रहा है। कोई घर पर रहते हुए आर्ट एंड क्रॉफ्ट प्रॉडक्ट बना रहा है तो कोई टीचर अपने स्टूडेंट्स को आॅनलाइन लेसन, डांस व अन्य एक्टिविटीज करा रहे हैं। लॉकडाउन में आप भी अगर घर में रहते हुए किसी कंस्ट्रक्टिव एक्टिविटीज में हिस्सा ले रहे हैं तो हमें इसकी जानकारी फोटो, नाम सहित मोबाइल नंबर 9340931994 पर भेज सकते हैं।
जसलीन कौर सेक्टर 19 के गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, पंचकूला में टीजीटी साइंस टीचर हैं। लॉक डाउन के कारण स्कूल पिछले तीन हफ्तों से बंद है। वह स्कूल में बालिका मंच और गुफ्तगु क्लब की मेंटर है। लॉक डाउन के दौरान वह 1 अप्रैल, 2020 से अपने स्टूडेंट्स को वॉटस एप ग्रुप पर ऑनलाइन होकर लैक्चर दे रही हैं। घर पर ब्लैक बोर्ड नहीं था। इस वजह से उन्होंने अपने घर के ही एक दरवाजे को ब्लैक बोर्ड बना लिया है। वह ऑनलाइन होकर अलग अलग समय में छठी, सातवीं और आठवीं क्लासों के स्टूडेंट्स को पढ़ा रही हैं।
इसके अलावा विडियो बनाकर भी स्टूडेंट्स को भेजे जा रहे हैं। वह बच्चों को प्लेवे मैथेड से साइंस एक्टिविटीज करा रहे हैं। जसलीन कौर का कहना है कि सिलेबस की बजाए विडियो भेजकर स्टूडेंट्स की नॉलेज बढ़ाई जा रही है। वह स्टूडेंट्स को कोरोना वायरस से बचाव के लिए हाथ धाेने के तरीके, मास्क बनाने, सेनिटाइज और लिक्विड साबून बनाने, कूकिंग रेसिपी के विडियो भी शेयर कर रही है। इसके लिए उन्होंने यू ट्यूब पर अपना, कोरोना की रेल में, सीखे खेल खेल में, पेज भी बनाया है। उनका कहना है कि स्टूडेंट्स घर पर बिजी और खुश रहे, रचनात्मक गतिविधियों में ध्यान लगाए, इस वजह से वह रोजाना वाट्स एप ग्रुप और यू ट्यूब पर उनकी नॉलेज अपडेट कर रही हैं।सबलीन कौर आरआईएमटी स्कूल, चंडीगढ़ में पढ़ती है। वह अभी केवल 9 साल की है और चौथी क्लास में पढ़ती है। उसने क्राफ्ट और कविताएं लिखने का शौक है।
सेक्टर 16 निवासी शारदा मित्तल ने घर में रहते हुए कोरोना वायरस पर कविता लिखी
मैं सैनिक की माँ नहीं ना सैनिक की बेटी हूँ। देश प्रेम का ज़ज्बा पर सदा सुलगता रहता था। देश हित कुछ करने को हृदय बन सागर बहता था
आपदा की इस घड़ी में जब सब सहमे से बैठे हैं। डा. बिटिया, भाई, भतीजे सब अस्पतालों में डटे हैं। कोविड़ से जान बचाने की आज उन्होंने ठानी है। अपनी जान हथेली पर रख कर्तव्य बोध की मानी है। आज गर्व से सीना मेरा सैनिक की माँ सम फूल रहा जन- जाति की सेवा हित ये सारे स्वार्थ भूल गया। संकट की इस घोर घड़ी में कर्तव्य सभी निभाओ जी जिससे जो भी बन पड़े दूर रहकर कर दिखाओ जी। सर्वहित प्रधान रहा तो देश बचाकर ले जाएंगें कोरोना के रक्तबीज का हम अन्त कर दिखलायेंगे।
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