
डेराबस्सी हलके के कोरोना हॉटस्पॉट गांव जवाहरपुर से राहत की खबरे आई है। बीते दो दिनों से गांव में एक भी नया पॉजिटिव केस सामने नहीं आया। वीरवार को लिए सेहत विभाग द्वारा लिए गए सभी 219 लोगों की टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आई। गांव से पहले पॉजिटिव केस पंच मलकीत सिंह की हालत में सुधार हो रहा है। उसे पीजीआई में आईसीयू से जनरल वार्ड में शिफ्ट किया गया है।
गांव जवाहरपुर में वीरवार को फिर लोगों की व्यापक स्क्रीनिंग के मद्देनजर 219 टेस्ट किए गए। राहत की बात यह है कि सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। कोई भी कोरोना संक्रमण पीड़ित नहीं पाया गया। डेराबस्सी की एसएमओ डॉ संगीता जैन ने बताया कि गांव के सरकारी हाई स्कूल को स्क्रीनिंग सेंटर बनाकर वहां तीन टीमें बनाकर टेस्ट में रेपिड टेस्टिंग किट्स (आरटीके) का इस्तेमाल किया गया। इन टीमों में तीन लैब टेक्निशियंस के अलावा तीन डॉक्टर्स और हैल्थ वर्कर्स शामिल थे।
लोगों को फोन पर गांव के लोगों को सेंटर में बुलाया गया, जहां ये टेस्ट लिए गए। तमाम 219 टेस्ट मौके पर ही नेगेटिव पाए गए। इसके अलावा दो टेस्ट पीरमुछल्ला के दो लोगों को थे, जो सरकारी अस्प्ताल में हुए। इनकी रिपोर्ट भी नेगेटिव ही आई है। इससे पहले गांव में तमाम 497 घरों का मंगलवार को सेहत विभाग द्वारा डोर-टू-टू सर्वे किया गया था। उस दिन भी गांव से 15 लोगों के टेस्ट किए गए थे, जिनकी रिपोर्ट भी नेगेटिव पाई गई थी। उधर, डेराबस्सी हलके में कोरोना वायरस के पहले शिकार बने गांव जवाहरपुर के पंचायत सदस्य मलकीत सिंह को पीजीआई में आईसीयू (इंटेसिव केयर युनिट) से जनरल वार्ड में शिफ्ट किया गया है।
सोशल मीडिया पर मलकीत की पहली बार वायरल हुई तस्वीर में मलकीत पीजीआई में मेडिकल स्टाफ के साथ विक्ट्री साइन बनाए हुए हैं। अस्पताल से मलकीत के छोटे भाई कुलविंदर सैनी ने बताया कि मलकीत से उसकी रोजाना बात हो रही है।मलकीत ने अपनी पहली तस्वीर पीजीआई से जारी की है जो बनूड़ अस्पताल में सभी को दिखाई गई। मलकीत ने ही उसे बताया कि वह आईसीयू से जनरल वार्ड में शिफ्ट हो गया है।
14 दिन का क्वारेंटाइन पीरियड तो पूरा करना है
मोहाली के सिविल सर्जन डॉ मंजीत सिंह ने कहा कि मलकीत बारे पीजीआई डॉक्टर्स ही बेहतर बता सकते हैं। आईसीयू से जनरल वार्ड में शिफ्ट करना उसकी रिकवरी ही कही जाएगी, परंतु कोई भी पेशेंट हो, उसे 14 दिन का क्वारेंटाइन पीरियड पूरा करना होता है। 14 दिन के आखिर में पेशेंट के लगातार दो बार टेस्ट लिए जाते हैं। दोनों टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही उसे डिस्चार्ज करने का फैसला लिया जाता है। 43 वर्षीय मलकीत को जीएमसीएच में 4 अप्रैल को कोरोना संक्रमित पाया गया था। अगले दिन उसे पीजीआई शिफ्ट कर दिया गया। उसकी ट्रांसमिशन चेन से गांव में पंच सरपंच समेत अब तक 38 लोग पॉजीटिव आ चुके हैं। मलकीत के माता पिता, बेटी व भाई सहित परिवार के नौ लोग पॉजिटिव पाए गए हैं।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/34IGvTy
No comments:
Post a Comment