(आनंद पवार) एम्स में कोविड-19 वार्ड में तैनात डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों के ठहरने की सुविधा में भेदभाव किया जा रहा है। एम्स में कोविड-19 वार्ड में तैनात डॉक्टरों के लिए ठहरने के लिए एसी रूम की सुविधा है। जबकि नर्सेस और अन्य स्टाफ के लिए साधारण रूम अलॉट किए जा रहे हंै। इसको लेकर एम्स नर्सेस यूनियन ने डायरेक्टर को पत्र लिखकर संकट की घड़ी में अपनी जान की परवाह किए बिना ड्यूटी करने वाले स्वास्थकर्मियों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया है।
वहीं, एम्स प्रबंधन की तरफ से कहा गया है कि योग्यता के अनुसार सभी को सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। बता दें एम्स परिसर के विश्राम गृह में कोविड वार्ड में तैनात डॉक्टर, नर्स और टेक्निशयन के ठहरने की व्यवस्था की गई है। यहां पर 10वें फ्लोर पर एसी रूप डॉक्टरों के लिए आरक्षित किए गए है। वहीं, 6वें फ्लोर और ग्राउड फ्लोर पर साधारण रूम में नर्सेस और अन्य टेक्निशयन स्टाफ को दिया जा रहा है।
भेदभाव पूर्ण व्यवहार बर्दाश्त नहीं करेंगे: नर्सेस यूनियन
“एम्स प्रबंधन ने पहले तो नर्सेस स्टॉफ की होस्टल परिसर में एंट्री बैन कर दी है। जहां सभी मूलभूत सुविधाए मेस, जनरल स्टोर, सलून है। डॉक्टरों को विशेष सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उनके ठहरने के लिए होटल में कमरे बुक किए जा रहे है। नर्से और अन्य स्टाफ के साथ भेदभाव पूर्ण व्यवहार को बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस पर अस्पताल प्रबंधन तुरंत कार्रवाई करें।”।- हरीष कुमार कजला, अध्यक्ष, नर्सेस यूनियन
जिम्मेदार बोले-किसी को भी होटल नहीं दिया गया
यह जबरन की कंट्रोवर्सी जनरेट की जा रही है। सरकार में योग्यता अनुसार रूम का प्रावधान किया जाता है। जिसके अनुसार कार्रवाई की जा रही है। अभी किसी को होटल नहीं दिया गया है। - शुभाशीष पांडा, उपनिदेशक प्रशासन, एम्स
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3euzzht
via IFTTT
No comments:
Post a Comment