पिछले दिनों इंदौर में एक कोरोना संदिग्ध मरीज को स्कूटर पर लेकर उसके परिजन अस्पताल-अस्पताल भटकते रहे। समय पर इलाज नहीं मिल सका और रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। समय पर इलाज न मिलने की ऐसी ही खबरें प्रदेश के कुछ अन्य शहरों से भी आईं। भोपाल में भी कोराना के मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच अस्पतालों में इलाज की व्यवस्थाओं और ओपीडी को लेकर बदलाव हुए हैं। अलग-अलग बीमारियों के लिए अलग-अलग हॉस्पिटल चिह्नत किए गए हैं। ऐसे में अस्पतालों की व्यवस्थाओं और सुविधाओं की सही जानकारी जरूरी है ताकि किसी भी बीमारी से पीड़ित मरीज को इलाज के लिए समय रहते सही अस्पताल ले जाया जा सके। जानिए किन अस्पतालों में सामान्य मरीजों का इलाज होगा व कहां कोरोना पॉजिटिव मरीजों का।
हमीदिया अस्पताल
- सामान्य मरीजों की ओपीडी सुबह 9 से 2 बजे तक।
- इमरजेंसी सेवा 24 घंटे चालू।
- हार्ट अटैक, कैंसर, किडनी के गंभीर मरीजों का इलाज जारी।
- नए ओपीडी ब्लॉक में सर्दी-जुकाम, खांसी का इलाज।
जेपी अस्पताल
- सामान्य बीमारियों के लिए ओपीडी सुबह 9 से शाम 4 बजे।
- प्रसूताओं के इलाज की अलग से व्यवस्था की गई है।
- इमरजेंसी यूनिट 24 घंंटे चालू।
- जरूरत पड़ने पर सामान्य बीमारी के मरीज भर्ती हो सकेंगे।
बीएमएचआरसी
- गैस पीड़िताें के साथ-साथ सामान्य मरीजाें का इलाज की सुविधा दो दिन में फिर शुरू होगी।
- ओपीडी सुबह 9 से शाम 5 तक।
- इमरजेंसी यूनिट 24 घंटे चालू। Áयहां 340 बेड कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए रखे गए हैं।
गैस राहत अस्पताल
- कमला नेहरू, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, मास्टर लाल सिंह, खान शाकिर अली अस्पताल समेत बीएमएचआरसी की चांदबड़ यूनिट्स में सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक ओपीडी में सामान्य व गैस पीड़ित जा सकते हैं।
कोरोना के पॉजिटिव मरीजों का इलाज यहां
एम्स
- आईसीयू बेड 10, वेंटिलेटर 10 और 70 बेड कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए रखे गए हैं। अन्य मरीजों को सिर्फ इमरजेंसी में इलाज।
चिरायु
- आईसीयू बेड 50 व 100 वेंटिलेटर आरक्षित किए गए हैं। इसके अलावा 800 बेड कोरोना पॉजिटिव मरीजाें के लिए हैं।
कोरोना के संदिग्ध मरीजों का इलाज यहां
जेपी
- सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि संदिग्ध मरीजों के इलाज की व्यवस्था जेपी में है। यहां सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जाएंगे। रिपोर्ट निगेटिव आने पर छुट्टी व पॉजिटिव आने पर चिरायु भेजा जाएगा।
हमीदिया
- अस्पताल अधीक्षक डॉ. एके श्रीवास्तव ने बताया कि संदिग्ध मरीजों को लक्षण के आधार पर भर्ती किया जा रहा है। यहां सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जाएगा। नई ओपीडी बिल्डिंग में 60 बेड आइसोलेशन के लिए रिजर्व हैं।
हार्ट अटैक या अन्य गंभीर बीमारी में
- जिगित्जा हेल्थ केयर के प्रोजेक्ट हेड जितेंद्र शर्मा ने बताया कि हार्ट अटैक, रोड एक्सीडेंट या फिर गंभीर बीमारी में मरीज के परिजन 108 के कॉल सेंटर पर कॉल कर एंबुलेंस बुला सकते हैं। 24 घंटे शहर की 17 लोकेशन पर एंबुलेंस सेवाएं दे रही हैं। जबकि तीन एंबुलेंस को कोविड के पॉजिटिव मरीजों को अस्पताल भेजने में लगाया गया है।
सीएमएचओ को देना होगी संदिग्धों की जानकारी
तरुण पिथोड़े, कलेक्टर के मुताबिक, कोरोना के इलाज के लिए कुछ अस्पतालों को चिह्नित किया गया है। भोपाल के सभी निजी अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि कोई भी मरीज आता है तो उसका इलाज करें। कोरोना संदिग्ध होने पर उसे जेपी और हमीदिया अस्पताल में भेजे। इसकी जानकारी सीएमएचओ को दें। तय प्रोटोकॉल का पालन करें।
हमीदिया अस्पताल में इलाज की पूरी व्यवस्था
- कल्पना श्रीवास्तव, संभागायुक्त के मुताबिक, मरीजों को घबराने की जरूरत नहीं है। गांधी मेडिकल कॉलेज के हमीदिया अस्पताल में सभी ओपीडी चालू हैं। इमरजेंसी 24 घंटे चालू है। यदि कोई मरीज इलाज के लिए पहुंचता है तो उसे भर्ती किया जाएगा और संपूर्ण इलाज दिया जाएगा।
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