राज्य के दो सबसे बड़े एक्सपर्ट बोले, भ्रम तोड़िए...चिकेन-मटन खाएं, लेकिन नशा करने वालों को खतरा ज्यादा - News

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राज्य के दो सबसे बड़े एक्सपर्ट बोले, भ्रम तोड़िए...चिकेन-मटन खाएं, लेकिन नशा करने वालों को खतरा ज्यादा

रांची. काेराेना वायरस काे लेकर दैनिक भास्कर ने शुक्रवार काे टेली काउंसलिंग की। इस दाैरान राज्य भर से लाेगाें ने काेराेना से जुड़े सवाल पूछे। इनके जवाब भास्कर के एक्सपर्ट रिम्स के डायरेक्टर डाॅ डीके सिंह अाैर माइक्राेबायाेलाॅजी डिपार्टमेंट के एचअाेडी डाॅ मनाेज कुमार ने दिए। दाेनाें ने रविवार काे देश में लगने वाले जनता कर्फ्यू काे सफल बनाने की अपील की। साथ ही लाेगाें काे विश्वास दिलाया कि कर्फ्यू सफल बनाकर काेराेना की साइकिल चेन राेक सकते हैं। वहीं उन्हाेंने लाेगाें काे संक्रमण से बचने के लिए साफ-सफाई अाैर भीड़-भाड़ जैसे हाॅस्पिटल,हाेटल जैसे जगहाें पर न जाने की अपील की।

राज्यभर से पूछे गए सवाल

पूरे देश में रविवार काे लगने वाले जनता कर्फ्यू के दाैरान जब लोग 14 घंटे तक घर से बाहर नहीं निकलेंगे ताे वे एक-दूसरे के संपर्क में नहीं अायेंगे। जिससे सार्वजनिक स्थानों पर फैलने वाले वायरस का चक्र टूट जायेगा अाैर संक्रमण बढ़ने का खतरा कम हाे जायेगा। इस प्रक्रिया काे स्पेन अाैर इटली में अपनाया जा चुका है। वहां, इससे काफी राहत मिली है। एेसे में जनता कर्फ्यू काेराेना की जंग में हमारे लिए काफी फायदेमंद है।

5 कोरोना पॉजिटिव से 368 लोगों में फैल सकता है वायरस का संक्रमण

करोना वायरस का कहर इस बात पर निर्भर करता है कि यह व्यक्ति से व्यक्ति कितनी तेजी से फैलता है। चीनी वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि एक कोरोना पॉजिटिव 1.5 से 3.5 व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है।

बुजुर्ग और 10 साल से छोटे बच्चों में ज्यादा :

सवाल-किसी मरीज काे इलाज करवाने के लिए अभी बाहर ले जाना सही है?-रुपा कुमारी, सिमडेगा
डॉ मनोज: अभी किसी भी व्यक्ति के लिए सफर खतरे से बाहर नहीं हैं। मरीज काे बाहर ले जाना उचित नहीं रहेगा। हाे सके ताे 15-20 दिनाें तक रुकें। मरीज की गंभीर स्थिति है ताे उसका रिम्स में इलाज करवाएं।

सवाल- स्माेकिंग व शराब पीनेवालाें काे संक्रमण का खतरा कम है क्या?-शशि, पलामू
डॉ डीके सिंह: नहीं, स्माेकिंग अाैर ड्रिंकिंग से संक्रमण बढ़ने का खतरा अाैर है। नशा शरीर के प्रतिराेधक क्षमता कम करता है। इससे संक्रमण अाैर जल्दी अटैक कर सकता है। एेसे में स्माेकिंग व ड्रिंकिंग करने वाले इसके बहाने न ढूंढें अाैर इससे परहेज करें।

सवाल- अभी किन-किन खाद्य पदार्थाें का
सेवन करें? अरुण टाेनी, गढ़वा
डॉ डीके सिंह- काेराेना के कारण किसी भी खाद्य पदार्थ से परहेज न करें। ग्रीन-वेजिटेबल, फ्रूट्स, चिकेन-मटन खुलकर खाएं। खाने वाली किसी भी चीजाें पर राेक नहीं है। विटामिन सी का लगातार सेवन करते रहें।

सवाल- काेराेना कितने दिन तक जीवित रहता है? लहसुन अाैर तुलसी से इसे राेका जा सकता है? -विजेंद्र, चतरा
डॉ मनोज- काेराेना वायरस 2-14 दिनाें तक जीवित रहता है। लहसुन-तुलसी के पत्ते से राेकथाम का अभी काेई प्रमाण नहीं है।

सवाल- मास्क के दाम बढ़ने से इसे राेजाना खरीदना संभव नहीं है? एेसे में क्या करें? मुस्कान, जमशेदपुर

डॉ डीके सिंह- किसी भी मास्क का असर 5-6 घंटे के बाद खत्म हाे जाता है। मास्क बेकार हाे जाता है। एेसे में लाेगाें काे राेजाना मास्क खरीदने की जरूरत नहीं है। वे साफ कपड़े से मुंह काे बांधें।

सवाल- काेराेना फैलने का भय किस उम्र के लाेगाें में सबसे ज्यादा है? राणा प्रताप, हजारीबाग

डॉ डीके सिंह : बुजुर्गाें अाैर 10 साल से छाेटे बच्चाें में इम्युनिटी पावर कम हाेने के कारण इसके संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा है। वहीं 10 साल से बड़े बच्चे अाैर युवाअाें में इम्युनिटी पावर अधिक हाेने के कारण संक्रमण का खतरा कम हाेता है। चीन में बुजुर्गाे की संख्या अत्यधिक है, इस कारण वहां सबसे पहले काेराेना से लाेग प्रभावित हुए। भारत युवाअाें का देश है, इसलिए काेराेना से लड़ने के लिए हम तैयार हैं।



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एक्सपर्ट - डाॅ मनाेज कुमार और डाॅ डीके सिंह ने दिए जनता के सवालों के जवाब।


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